Uncategorised

उम्र की स्वैच्छिक घोषणा का मौका दिया बी.सी.सी.आई. नेक्रिकेट नहीं खेल पायेंगे गलत प्रमाण पत्र वाले खिलाड़ी।

क्रिकेट खिलाडि़यों के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के द्वारा अपने जन्म तिथि प्रमाण पत्र को सुधारने का अंतिम मौका दिया गया है जिसके अंतर्गत ऐसे खिलाड़ी जिन्होंने किसी भी कारण से अपनी जन्मतिथि परिवर्तन करवाई हो वे उसे स्वीकार कर सुधार सकते हैं जिला क्रिकेट संघ के सचिव रामचंद्र शर्मा ने बताया कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को लगातार शिकायतें मिल रही थी कि अनेक खिलाड़ी अपनी जन्मतिथि गलत बताकर गलत प्रमाण पत्र के आधार पर क्रिकेट खेल रहें हैं ऐसे में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने कडा कदम उठाने से पहले सभी खिलाडि़यों को एक अंतिम मौका देने का निर्णय लिया है इस आधार पर ऐसे खिलाड़ी जिन्होंने अपने उम्र प्रमाण पत्र/जन्म प्रमाण पत्र को बदलकर हेर-फेर किया है ऐसे खिलाड़ी खुद से आगे आकर अपनी सही जन्मतिथि बताते हैं और वास्तविक जन्म प्रमाण पत्र पेश करते हैं तो उनको माफ करते हुए उनकी उम्र सीमा वाले क्रिकेट प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका दिया जाएगा इसके लिए ऐसे सभी खिलाडि़यों को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के आयु सत्यापन विभाग में अपने सारे दस्तावेज के साथ खुद का हस्ताक्षर किया हुआ एक पत्र मेल करना होगा मेल करने की अंतिम तिथि 15 सितंबर 2020 रखी गई है इसके बाद किये हुए मेल मान्य नहीं होंगे संघ के अध्यक्ष संतोष पाण्डेय ने इसे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की शानदार पहल बताया है इससे आने वाले समय में फर्जीवाड़ा रोकने में मदद मिलेगी। जिन खिलाड़ियों को विस्तृत जानकारी चाहिए वो जिला क्रिकेट संघ के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं
होगा निलंबन और प्रतिबंध दोनों
जिला क्रिकेट संघ के सचिव रामचंद्र शर्मा ने बताया कि जो भी खिलाड़ी 15 सितंबर तक फर्जी प्रमाण पत्र की जानकारी नहीं देता है और उसके बाद फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के आधार पर खेलता हुआ पाया जाता है तो उसे 2 वर्ष के लिए निलंबित कर दिया जाएगा और दो वर्ष के पश्चात ऐसे खिलाडि़यों को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड एवं राज्य क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की प्रतियोगिता में भाग लेने की अनुमति नहीं होगी।
मूल निवास प्रमाण पत्र में नहीं है छुट
सचिव रामचंद्र शर्मा ने बताया की फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के लिए अवसर दिया गया है लेकिन मूल निवास प्रमाण पत्र से छेड़खानी करने वाले खिलाडि़यों को कोई मौका नहीं दिया जाएगा इसमें सीनियर वर्ग पुरूष एवं सीनियर वर्ग महिला क्रिकेट खिलाड़ी ने यदि मूल निवास प्रमाण पत्र में छेड़खानी की है तो उनपर दो साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया जाएगा।

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button