रमन सिंह की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर कांग्रेस ने उठाये सवाल- डॉ रमन सिंह की प्रेसवार्ता में कौनसे कोल,भू,खनिज माफिया थे साथ ?

प्रदूषण, सड़क दुर्घटना, बेतरतीब उधोगिकरण और बेरोजगारी रमन सिंह की देन?
सिंघघोष/रायगढ़- सत्ता के जाने से यद्यपि विचलित होना प्रकृति का दंड है होता है पर हमेशा विलाप करना जो मर्यादाओं से दूर करके उल-जलूल कहने पर आमादा करती है। ऐसी स्थिति में है पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और उनके इर्द-गिर्द रहने वाले बीजेपी के लोग ।जिसका उदाहरण गत दिनों और रायगढ़ शहर में डॉक्टर रमन सिंह की प्रेस वार्ता में निकले झूठे और फर्जी वक्तव्य हैं।
कांग्रेस नेताओं ने संयुक्त रूप से नगेन्द्र नेगी, संतोष राय, जेठूराम मनहर,अनिल अग्रवाल, सतपाल बग्गा,मनोज सागर, संजय देवांगन,यतीश गांधी, प्रदीप मिश्रा, नारायण घोरे, राहुल शर्मा,संदीप अग्रवाल,भुवाल शुक्ला,राकेश सिंह,रजत गोयल,रानू यादव, कौशिक भौमिक,अनिल साहू,अनिल साव आदि ने प्रेस-विज्ञप्ति जारी कर भाजपा के नेता डॉ रमन सिंह से कहा कि रायगढ़ जिले की शांतिपूर्ण माहौल में जहर घोलने का काम किए हैं।रायगढ़ जिले की जनता डॉ रमन सिंह के15 साल के कार्यकाल के प्रशासनिक आतंकवाद से भरे कार्यकाल को भी देख रखी है। 8फरवरी 2021की प्रेसवार्ता में डॉक्टर रमन सिंह ने जो झूठे आरोप लगाए उनको पहले आपने इर्द-गिर्द देख लेना चाहिए कि उनकी प्रेस-वार्ता में उनके साथ बैठे लोगों में रायगढ़ जिले के भू-माफिया, खनिज माफिया,कोल माफिया,डम्फर माफिया,रेल साइडिंग माफिया और तत्कालीन भाजपा सरकार के शराब मंत्री के साथ रहने वाले जो लोग शराब लाबी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले लोग इस प्रेस-वार्ता में मंच पर बैठे हुए थे। बीजेपी और डॉ रमन सिंह से रायगढ़-जशपुर जिले की जनता का यह सवाल अवश्य है कि प्रदूषण की महामारी, युवाओं की बेरोजगारी, सड़क दुर्घटनाओं से हो रहे कॉल काल्वित लोग, मनमाना औद्योगिकरण, यह हमारे जिले में भाजपा सरकार की उपलब्धि है।जिसके कर्ता -धर्ता डॉ रमन सिंह की सरकार थी जिसे जिलेवासी चहुँओर पीड़ित है।वैसे डॉ रमन सिंह की सरकार ने भू-विस्थापन में एनटीपीसी लारा-तिलोईपाली, एसईसीएल के कोयला खदानों रेल कॉरिडोर आदि में विस्थापन में नियमों को दरकिनार कर आदिवासीयों,किसानों, गरीबोंऔर मजदूरोंकी जमीन लूट ली जो कि भाजपा सरकार में हुआ और इसका निराकरण डॉ रमन सिंह की सरकार में नहीं हो पाया जिसके लिए भू-विस्थापितों के हक में कांग्रेस की सरकार के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने जनहित को मद्देनजर रखते हुए विस्थापितों को उनको हक दिलाने में निरंतर है जिसमे भू-विस्थापितों के हक में ही फैसला लिया गया।
इन कांग्रेस नेताओं ने यह कहा कि रमन सिंह के कार्यकाल में लैंड माफिया मतलब भू-माफिया बीजेपी नेताओं की कालोनियां,कोल माफिया मतलब तमनार क्षेत्र से चोरी का कोयला निकालने वाले, लिकर माफिया मतलब शराब दुकानों का शासकीय कारण यह सभी खुले तौर भाजपा सरकार में पनपे और तत्कालीन बीजेपी सरकार इन सभी पर अंकुश नहीं लगा पाई जिसकी स्वाभाविक रूप से जिम्मेदारी डॉ रमन सिंह और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को लेनी चाहिए। कांग्रेस की छत्तीसगढ़ सरकार के चाल-चरित्र पर आरोप लगाने से पहले डॉ रमन सिंह प्रेसवार्ता में अपने अगल-बगल में बैठे लोगों के भाजपा सरकार आने से पूर्व के और भाजपा सरकार जाने के बाद और मुख्यरूप से भाजपा सरकार में क्या-क्या काले धंधे किये है और वर्तमान में क्या धंधा कर रहे हैं यही पूछ लेते तो निश्चित ही “पर उपदेश कुशल भउ तेरे”” का जवाब मिल जाता।