सांसद ने ज्ञापन सौपने के दौरान उड़ाई महामारी व धारा 144 की धज्जियां ;- रानू यादव

सिंहघोष/रायगढ़- सांसद गोमति साय द्वारा भीड़ के साथ जाकर जिलाधीश को ज्ञापन सौपने के मामले में सवाल उठाते हुए युवा कांग्रेस अध्यक्ष रानू यादव ने कहा कि शहर कोरोना की चपेट में है लेकिन सांसद महोदया व उनकी टीम ने भीड़ में ज्ञापन देकर सस्ती लोकप्रियता हासिल करनी चाही है। ज्ञापन सौपने की बजाय दूरभाष पर चर्चा कर आवश्यक निर्देश/सुझाव दिए जा सकते थे। लेकिन संकट के दौरान भी राजनीति किया जाना जनता के समझ से परे है।आम जनता की सुरक्षा के लिए सुझाव देना स्वागतेय है लेकिन इसके लिए भीड़ एकत्र करना आवश्यक नही है खासकर जब महामारी को नियंत्रित करने हेतु धारा 144 लगाई गई हो जनप्रतिनिधि यदि नियमो का पालन नही करेंगे तो आम जनता नियमो का पालन कैसे करेगी ? विदित हो कि बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुये छत्तीसगढ़ के अधिकांश जिलों सहित रायगढ मे भी आगामी 14 अप्रैल से लाकडाऊन प्रारम्भ है इस ज्ञापन सौपे जाने को रानू यादव ने फ़ोटो सेशन निरूपित किया है अन्यथा ज्ञापन सौंपने इतनी संख्या मे जाने की बजाय एक या दो व्यक्ति ही जाकर ज्ञापन सौंप कर अपना सुझाव दे सकते थे
जिला प्रशासन को समय रहते इस संबंध के आदेश जारी करने चाहिए कि ज्ञापन/आवेदन हेतु भीड न करें बल्कि प्रतिनिधि मण्डल का एक सदस्य ही आकर मिलें।