भारी वाहनों की लागातार आवाजाही से नाराज क्षेत्र वासी,स्थानीय जन प्रतिनिधियों से मिल रहे असहयोग की चर्चा..।।

क्षेत्र के जमीन कारोबारियों और रेत माफियों की जुगलबन्दी से प्रतिबंधित मार्ग पर लगातार चल रहे भारी वाहनों से सड़क खराब होने और दुर्घटनाओं की आशंका से भयभीत है लोग
सिंहघोष/रायगढ़- शहर के अतरमुड़ा क्षेत्र में प्रतिबंधित सड़क पर एक बार फिर भारी वाहनों की आवाजाही से स्थानीय लोग परेशान है। यद्यपि इस परेशानी को लेकर क्षेत्र के लोग बीते 4 सालों से लड़ाई लड़ रहे हैं। वर्ष 2018 में इस मार्ग पर लगातार हुई सड़क दुर्घटनाओं में 6 इंसानों और दर्जन भर मवेशियों की मौत हुई थी। जबकि दर्जनों दूसरे लोग छोटी-बड़ी घटनाओं के शिकार हुए थे। जिसके बाद कांग्रेसी नेता विमल यादव और तब की पूर्व पार्षद संजना शर्मा खुल कर सामने आई थी। विमल यादव ने खुद से पहल कर ग्राम बोदाटिकरा वासियों की सक्रियता और उप-पुलिस अधीक्षक यातायात श्री मिंज के सहयोग से आज से करीब दो साल पहले बोदा टिकरा पुल पर स्थाई बेरिकेट्स लगवाया था । जिसके बाद काफी समय तक भारी वाहनों का आवागमन रुका रहा। लोगों को काफी लम्बे तक राहत भी मिली थी।
परन्तु कुछ एक महीनों बाद फिर माफिया सक्रिय हुए और बेरिकेट्स को एकाएक तोड़ दिया। इस आबत से नाराज क्षेत्रवासियों ने एकता का परिचय दिया और वापस बेरिकेट्स को नए जगह पर स्थापित किया।
इस बीच कोरोना संक्रमण के दूसरा दौर आया। लोग अपनी जान बचाने और प्रशासन संक्रमण रोकने की व्यबस्था में लगे रहे इस बात का फायदा उठाकर पुनः जमीन कारोबारियों और रेत माफियाओं ने मिलकर सड़क पर लगे बैरिकेट्स को दो महीने पहले आधी रात को हटा दिया। तब से वापस इस प्रतिबंधित मार्ग पर लगातार बालू और कोयला लोड भारी वाहन आ-जा रहे है।
जिनकी तेज रफ्तार और अनियंत्रित आवागमन से क्षेत्र की सड़क पूरी तरह से उखड़ चुकी है। बल्कि सम्भावित दुर्घटनाओं की आशंका भी बनी हुई है। इस बात को लेकर स्थानीय लोग पुनः अपने वार्ड पार्षदों के व्यवहार से न केवल नाराज है बल्कि इस गम्भीर मुद्दे को लेकर उनकी मौन सहमतियों की चर्चा भी क्षेत्रवासियों में आम हो चुकी है। उनका कहना है कि जिस समश्या के लिए एक साल पहले हम लोगों ने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को बदल दिया था,अगर ऐसा हो चलता रहा तो वर्तमान जन प्रतिनिधियों का भविष्य में अधंकार मय हो जाएगा। बहरहाल ग्राम पंचायत बड़े अतर मुड़ा के नव-निर्वाचित सरपँच हीरा खड़िया व उनके पंचों की टीम लोगो की जनभावनाओं को समझते हुए इस मामले में आम जन के साथ खड़े हो गए हैं। उंन्होने शनिवार को बेरिकेट्स को वापस अपने स्थान पर गाड़ने की तैयारी शुरू कर दी थी। परन्तु किस कारण से काम रोकना पड़ा यजी समझ से परे है। इस बात पर उनका कहना है कि इस मुद्दे पर उन्हें दोनों वर्तमान पार्षदों से उचित सहयोग नही मिल रहा है। इस वजह से भारी वाहनों के आवागमन को रोकने में उन्हें समःया आ रही है।