जागरूकता और साफ-सफाई डेंगू से बचाएगी…। डेंगू-मलेरिया को रोकने को निगम का स्वास्थ्य अमला सजग…।।

डेंगू की रोकथाम के लिए सफाई जरूरी : महापौर जानकी काटजू
स्वच्छता दूत करेंगे लोगों को जागरूक : संजय देवांगन
सिंहघोष/रायगढ़ 8 सितंबर 2021. डेंगू की रोकथाम के लिए पूरे जिले में विविध कार्यक्रम के साथ साफ-सफाई पर जोर दिया जा रहा है। ऐसा नहीं है कि डेंगू के मामले नहीं मिले हैं लेकिन जितने भी मामले आए हैं वह लोग कहीं बाहर से आए हैं इस बात से स्वास्थ्य अमले को थोड़ी सी राहत है लेकिन वह अपनी तैयारियों में थोड़ी सी भी कमी नहीं कर रहा है। सुबह 4 बजे से निगम का सफाई अमला शहर के सभी 48 वार्डों में सफाई कार्य में जुट जाता है। काम में कोताही न हो इसलिए स्वास्थ्य प्रभारी से लेकर महापौर और आयुक्त इसका जायजा लेने खुद सुबह निकलते हैं। नगर निगम द्वारा डेंगू की रोकथाम के लिए बैनर पोस्टर भी वार्डों में लगवाएं हैं। मितानिन और नर्सें घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रही हैं और बाकायदा डेंगू के मरीजों और उनके आसपास के इलाकों की मॉनिटरिंग भी कर रही हैं।
महापौर जानकी काटजू कहती हैं, “ डेंगू रोकथाम के लिए निगम की ओर से मैराथन प्रयास किये जा रहे हैं। मैं खुद हर सुबह वार्डों में सफाई देखने के लिए जाती हूं। ज्यादातर समय हमारे साथ निगम आयुक्त एस जयवर्धन भी रहते हैं। अभी तक मैंने दो दर्जन से अधिक वार्डों का दौरा कर लिया है। लोगों से अपील है कि वह अपने घर के आसपास पानी जमा होने ने दें। कूलर इत्यादि को साफ रखें। मच्छरों से बचने का एकमात्र उपाय मच्छरदानी है तो इसका अधिक से अधिक प्रयोग करें। क्योंकि डेंगू की बीमारी तब फैलती है जब मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है और वायरस व्यक्ति के रक्तप्रवाह के जरिये फैलता है।“
निगम के सफाई दारोगा अरविंद द्विवेदी बताते हैं, “बरसात के मध्य का वक्त है ऐसे में डेंगू-मलेरिया होने का खतरा बना रहता है। जहां लार्वा दिखता है वहां टेमिफास्ट का घोल, जला मोबिल डालकर लार्वा को समाप्त करते हैं फिर पानी को जमीन में डाल देते हैं। पानी के जमाव को नहीं होने देना हमारी प्राथमिकता है। मेलाथियान ऑयल और पाउडर की छिड़काव हम बराबर कर रहे हैं। रूटीन साफ-सफाई जारी है।“
स्वच्छता दूत होंगे तैनात : संजय देवांगन
नगर निगम के स्वास्थ्य मंत्री संजय देवांगन बताते हैं, “जानकारी के अभाव में भी लोग डेंगू बुखार की चपेट में आ जाते हैं। लोगों में जागरूकता लाने के लिए हमारी स्वच्छता दूत बनाने की योजना तैयार की है। सभी पार्षदों को उनके क्षेत्र में जागरूक लोगों को स्वच्छता दूत बनाने के लिए कहा गया है। आगामी दिनों में जिला स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर हम डेंगू के रोकथाम के लिए और वृहत साझा कार्यक्रम तैयार करेंगे। फिलहाल जिन जगहों में पानी निस्तारी की समस्या आ रही है वहां हम 20 से 25 लोगों का ग्रुप बनाकर पानी को साफ करवा रहे हैं किसी भी सूरत में पानी को जमा होने नहीं दिया जा रहा है। निगम के पदाधिकारी और स्वास्थ्य अमला डेंगू-मलेरिया के रोकथाम के लिए मुस्तैद है।“
डॉक्टर से जरूर परामर्श लें : डॉ.बहिदार
स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर राघवेंद्र बहिदार बताते हैं, “अगर आप डेंगू बुखार की चपेट में आ गए हैं, तो जितना हो सके आराम करें। खुद का ध्यान दें और शरीर में पानी की कमी न होने दें। समय-समय पर पानी लगातार पीते रहें। मच्छरों से बचाव करना बेहद आवश्यक है। इसके लिए सोते समय मच्छरदानी लगाकर सोएं और दिन में भी पूरी बांह के कपड़े पहनें, ताकि मच्छर न काट सके। बुखार बढ़ने पर कुछ घंटों में पैरासिटामॉल लेकर, बुखार पर नियंत्रण रखें। किसी भी स्थिति में डिस्प्रिन या एस्प्रिन जैसी दवाइयां बिल्कुल न लें। जल चिकित्सा के माध्यम से भी शरीर का तापमान नियंत्रित किया जा सकता है। इससे बुखार नियंत्रण में रहेगा। इसके अलावा डेंगू के लक्षण सामने आने पर, या इस तरह की समस्याएं होने पर अपने डॉक्टर से उचित परामर्श जरूर लें। दवाइयों का सेवन भी चिकित्सकीय परामर्श के अनुसार ही करें।”
डेंगू के लक्षण
साधारणतः डेंगू बुखार के लक्षण संक्रमण होने के 3 से 14 दिनों के बाद ही दिखता हैं और इस बात पर भी निर्भर करता हैं कि बुख़ार किस प्रकार है।
·ब्लड प्रेशर का सामान्य से बहुत कम हो जाना
·खून में प्लेटलेटस की संख्या कम होना
·अचानक ठंड व कपकंपी के साथ तेज बुखार आ जाना
·मिचली, उल्टी जैसा महसूस होना और शरीर पर लालगुलाबी चकत्ते आ जाना
·भूख न लगना, कुछ भी खाने की इच्छा न होना, मुंह का स्वाद या पेट खराब हो जाना, अचानक नींद न आना या नींद में कमी महसूस होना
सावधानियां
डेंगू से बचाव के लिए जितना हो सके सावधानी रखें। इसके लिए हमेशा ध्यान रखें की पानी में गंदगी न होने पाए। लंबे समय तक किसी बर्तन में पानी भरकर न रखें। इससे मच्छर पनपने का खतरा रहता है। · पानी को हमेशा ढंककर रखें और हर दिन बदलते रहें, अन्यथा इसमें मच्छर आसानी से अपनी वंशवृद्धि कर सकते हैं।
· कूलर का पानी हर दिन बदलते रहें।
. खिड़की और दरवाजे पर मच्छर से बचने के लिए जाली लगाएं, जिससे मच्छर अंदर न आ सकें।
·पूरी बांह के कपड़े पहनें या फिर शरीर को जितना हो सके ढंक कर रखें।