जूटमिल चौकी का घेराव खत्म…।परिजन माने मृतक की विधवा को नौकरी और 25 हजार रु का मुआवज़ा दिया गया…।।

अति संवेदनशील मामले का रॉबिनहुड मंजुल दीक्षित की मध्यस्थता में हुवा पटाक्षेप…।।
सिंहघोष/रायगढ़-09.11.21- बीती रात शहर के जुटमिल थाना क्षेत्र में घटी एक घटना में इमरजेंसी सेवा 112 वाहन से दबकर बाइक सवार युवक मृतक विमल महंत उम्र 37 वर्ष जो भजन डिपा गांधी नगर रायगढ का रहने वाला था कि मौके पर मौत हो गई थी,वही एक अन्य युवक घायल हुआ था।
मृतक का पोस्टमार्टम होने के बाद घटना से नाराज मृतक परिजन और पड़ोसी स्थानीय पार्षद विनोद महेश के नेतृत्व में थाने के सामने आ डटे। उनकी मांग थी कि मृतक परिवार का अकेला कमाऊ था,उसकी मौत सरकारी गाड़ी से हुई है और उसकी खराब आर्थिक स्थिति को देखते हुए उसके आश्रितों को एक करोड़ रु मुआवजा और उसकी विधवा को सरकारी नौकरी दी जाए।
स्थिति बिगड़ती देख पुलिस अधिकारियों ने परिजनों को काफी समझाइस दी और कानून व्यवस्था बनाये रखने की अपील की। इधर घेराव की स्थिति में पूरा दिन मुख्य मार्ग पर यातायात बाधित रहा।
पूरे दिन चले थाने के घेराव को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और अतिरिक्त बल थाना भेज दिया गया। वही शोकाकुल और नाराज परिजनों के साथ मुहल्ले के अन्य लोग बड़ी संख्या में वहां आ डटे। अलग अलग स्तर पर चली वार्ता/बैठक के बाद भी किसी प्रकार का निष्कर्ष नही निकलने स्थिति में वहाँ के कुछ सम्वेदनशील लोगो द्वारा मध्यस्थता हेतु मंजुल दीक्षित का नाम सुझाया जिसपर दोनों पक्षों में सहमति बनी और शहर में रॉबिनहुड नाम पहचाने जाने वाले मंजुल दीक्षित को बुलाया गया मंजुल ने सबसे पहले पार्षद विनोद महेश से उनकी मांग व परिजनों की स्थित को समझ संवेदनशीलता का परिचय देते हुवे प्रशासन के सामने मजबूती से अपनी बातें रखी। लगभग 6 घण्टे चले इस प्रदर्शन को महज 30 मिनट में पीड़ितों को संतुष्ट कर मंजुल ने अपने कार्यशैली का लोहा मनवाया व प्रशासन से मांग भी मनवाई।
जिसपर पीड़ित परिवार को 25 हजार रुपये तत्काल सहायता राशि के साथ प्रशासन ने मृतक की विधवा को आंगन बॉडी कार्यकर्ता की नौकरी प्रदान करने की सहमति दी। जिसके बाद दिन भर चला विवाद खत्म हुआ। और मृतक के परिजन विरोध कर्ता सहयोगियों के साथ मृतक का शव थाने से उठाकर अंतिम क्रियाकर्म के लिए घर ले आये।