राजस्व टीम ने किया रामलीला मैदान का सीमांकन कई अवैध निर्माण की मिली जानकारी…।।

रामलीला मैदान का जीर्णोद्धार करने खेल प्रेमियों ने सरकार से की अपील…।।
सिंहघोष/रायगढ़.06.06.22.रामलीला मैदान में हो रहे निर्माण की जांच व जीर्णोद्दार की खेल प्रेमियों की लिखित शिकायत पर नजूल अधिकारी द्वारा गठित चार सदस्यीय राजस्व निरीक्षकों की टीम ने आज रामलीला मैदान का सीमांकन कार्य किया। रामलीला मैदान का सीमांकन का विषय आज दिन भर पूरे शहर में चर्चा का विषय बना रहा। वर्षों से खेल मैदान के जीर्णोद्धार के लिए खेल प्रेमीयों, खिलाड़ीयों व सामाजिक संगठनों ने बहुत प्रयास किया है। सत्ता बदली, सरकार बदली अधिकारी बदले लेकिन रामलीला मैदान की स्थिति नहीं बदली बल्कि दिन-ब-दिन बदत्तर होती गई। अब तक कुछ भी हासिल नहीं हो पाया।
ज्ञात हो कि विगत दिनों खेल मैदान में हो रहे निर्माण के बाद खिलाड़ियों, खेल प्रेमियों व सामाजिक संगठन आक्रोशित हो गए थे और सोशल मीडिया में उनके साथ-साथ शहर के नागरिकों की कई प्रतिक्रियायें सामने आई। किसी ने शासन-प्रशासन की लापरवाही बताई तो किसी ने नेताओं की नियत में खोट बताई फिर दूसरे ही दिन शहर के खेल प्रेमी व सामाजिक संगठनों संयुक्त रूप से जिला कलेक्टर महोदय की अनुपस्थिति में जिला नजूल अधिकारी रोहित सिंह से वास्तविकता की जानकारी हेतु लिखित रूप से खेल मैदान की सीमांकन व हो रहे निर्माण की जांच की मांग की।
चार राजस्व निरीक्षकों की टीम ने किया सीमांकन
नजूल अधिकारी रोहित सिंह ने खेल प्रेमियों की शिकायत पर कार्यवाही करते हुये खेल मैदान के सीमाकंन हेतु चार सदस्यीय राजस्व निरीक्षकों की टीम गठित की और सीमाकंन प्रतिवेदन प्रस्तुत करने हेतू आदेशित किया। उक्त आदेश के पालन में आज चार सदस्यीय राजस्व निरीक्षकों की टीम ने खेल प्रेमियों व स्थानीय लोगों की उपस्थिति में सीमांकन किया और पंचनामा तैयार किया। राजस्व टीम ने बताया कि उनके सीमांकन का जांच प्रतिवेदन नजूल अधिकारी को सौंपा जायेगा तत्पश्चात रामलीला मैदान की वास्तविकता सामने आएगी।
मैदान पर है अवैध कब्जा
राजस्व टीम ने मौखिक रूप से खेल मैदान के कई हिस्सों में अवैध कब्जा बताया है और वर्तमान में रामलीला मैदान के बाउंड्री के पास हो रहे निर्माण के बारे में बताया कि इस जमीन कुछ भाग रामलीला मैदान की भूमि है तो कुछ सड़क मद की भूमि है लेकिन जाँच प्रतिवेदन रिपोर्ट बनने के बाद ही वास्तविकता तथ्य सामने आएंगे। राजस्व टीम ने आगे बताया कि 2 से 3 दिन बाद हम सीमांकन का रिपोर्ट बनाकर प्रतिवेदन प्रस्तुत कर देगें। रिपोर्ट बनाने के बाद ही रामलीला मैदान के सीमांकन की सही व तथ्यपरक जानकारी हम दे पाएंगे।
5 घंटे चला सीमांकन
रामलीला मैदान के 105802 वर्गफुट जमीन को नापने के लिए राजस्व टीम सुबह 11:30 से 4:30 बजे तक डटी रही उनके साथ उपस्थित खेल प्रेमियों ने भी सीमांकन में सहयोग किया। आज रामलीला मैदान के सीमांकन के दौरान रामचंद्र शर्मा, सत्यजीत घोष, नितेश सोनी, नरेंद्र चौबे, पल्लू बेरीवाल, विजेंद्र यादव, दीपक हरीतास शर्मा, विकास पाण्डेय, लक्ष्मीकांत दुबे, अभिषेक ठाकुर, राहुल ठाकुर, दीपक ठाकुर, सूर्या ठाकुर, प्रशांत ठाकुर, राहुल सोनी, निमेश पाण्डेय, विपिन सवानी, दीपक अग्रवाल, आयुष शुक्ला, मो. निजामुद्दीन, प्रकाश ठाकुर, बबलू स्वर्णकार, रजत शर्मा समेत स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
जीर्णोद्धार के लिए गंभीर नहीं नगर सरकार
खेल मैदान के विषय को लेकर कांग्रेस सरकार ने खिलाड़ियों को जो वादा किया था उसे अब तक पूरा नहीं किया हैं जिससे पूरे शहर में शासन-प्रशासन की किरकिरी हो रही है। रामलीला मैदान का मुद्दा विगत 2 दिनों से मीडिया की सुर्खियों पर है। गत 18 फरवरी 2022 को नगर निगम की महापौर जानकी काटजू की सरकार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर ₹45 लाख की प्रशासकीय स्वीकृति की जानकारी दी थी लेकिन आज 3 महीने से अधिक हो गए रामलीला मैदान के नाम पर कोई वित्तीय स्वीकृति या निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाई जिसके कारण खेल प्रेमी काफी दुःखी हैं और ठगा महसूस कर रहें हैं।