
पुराने मारपीट के वीडियो के साथ आम मारपीट को बड़ा चढ़ा कर दिखाना कहि पुलिस की छवि धूमिल करने का प्रयास तो नहीं..? वरिष्ठ पत्रकार गोविंद शर्मा जी की खास रिपोर्ट
सिंहघोष/बिलासपुर-04.09.22. आज हम बात कर रहे है बिलासपुर पुलिस को लेकर शहर में बनते माहौल को लेकर बिलासपुर में इन दिनों पुराने मारपीट के वीडियो ,छोटी छोटी आम लड़ाई मारपीट को बड़ा चढ़ा कर परोसने की बात कर रहे है आम लड़ाई ,मारपीट कोई पहली बार नही हो रही है पहले भी होती रही है लेकिन जब से सोशलमीडिया आया है उसका पूरा फायदा उठाते हुए इसे परोसा जा रहा है जिससे माहौल खराब किये जाने की बात आ रही है ।
पहले तो बताना चाहता हूं कि आने वाला वर्ष चुनावी वर्ष है जिसमे विपक्ष में बैठे नेतागण अपनी छवि को जनता के बीच लाने के लिए हर छोटी छोटी समस्या को सामने लाने का प्रयास कर रहे है जिसमे सबसे पहला टारगेट पुलिस ही होती है उसके बाद अन्य विभाग जैसे राजस्व,नगरनिगम,स्वास्थ्य, आदि तो वो जनता के बीच सभी छोटी बड़ी समस्याओं को भी बढ़ाचढ़ा कर पेश करते है और ये उनकी अपनी राजनीति या सजग बनाने का कार्य है वो इसे बखूबी निभा रहे है ।
दूसरी तरफ वो लोग है जो हर छोटी बड़ी मारपीट को सोशल मीडिया के माध्यम से बड़ा बनाकर खड़ा कर रहे है जो शहर में डर का माहौल खड़ा करना चाहते है जिसका उदाहरण है कि विगत चार पांच माह पुराना मारपीट का वीडियो सामने आ जाता है छोटी मोटी लड़ाई को बढ़ाचढ़ा कर परोस दिया जा रहा है जिससे लगता है शहर का माहौल खराब है पुलिस निकम्मी हो चुकी है भय का माहौल खड़ा किया जा रहा है ।
तीसरा ओर सबसे अहम कारण कहि ये प्रशासनिक लॉबी का खेल तो नही ? ऐसा इसलिए कहा जा सकता है कि बिलासपुर अपने आप मे एक बड़ा जिला है जहाँ कार्य करना अपने आप पर एक महत्वपूर्ण कार्य हो जाता है कारण सभी जानते है यहाँ पर पोस्टिंग क्यो चाहते है उसे लिखने की जरूरत नही जिसका प्रभार पाने प्रशासनिक लॉबी अपनी एप्रोच लगाती रहती है और इसी के चलते जब तक सामने वाले कि छवि का नुकसान नही होगा तो उन्हें मौका कैसे मिलेगा और इसी तरह कानून व्यवस्था बिगड़ने के माहौल बनाने कार्य किया जाता है ये सिर्फ दिखावा के लिए ही सही लेकिन किसी को यहां से ट्रांसफर करने लिए काफी होता है?
यहाँ पर हमारे द्वारा अंदेशा व्यक्त किया गया है जो सही है या नही इसकी पुष्टि हमारे द्वारा नही की जा रही है बिलासपुर की जनता को समझना पड़ेगा और अपने शहर को सुंदर और कानून व्यवस्था बनाने पर अपना योगदान देना होगा व किसी भी अफवाह में न आकर पुलिस का सहयोग करना होगा।
बिलासपुर पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर ने बिलासपुर के ऐसे कई मामले है जिन्हें चंद घण्टो में हल किया आएदिन खुद शहर का भृमण कर कानून व्यवस्था का जायजा लेते आप देख सकते है जिससे कानून व्यवस्था में कसावट आ रही है शिकायतों का तुरन्त निराकरण किया जा रहा है वो चाहे आमजनता की हो या पुलिस के सिपाही,टी आई के खिलाफ ही क्यो न हो तुरंत एक्शन लिया जा रहा हैं।