रायगढ़

पाकिस्तानी झंडा मामले की व्यापक जांच हो -आलोक सिंह

सिंहघोष/रायगढ़.26.10.22.सरिया में फल विक्रेता के घर से दर्जन भर से ज्यादा पाकिस्तानी झंडों का पाया जाना केवल राष्ट्र की एकता और अखंडता पर चोट का मामला ही नहीं है बल्कि यह रायगढ़ और नवनिर्मित सारंगढ़ जिले के अमन चैन और कौमी एकता का मामला भी है। यह किसी एक ऐसे खतरे की आहट भी है जिससे अंचल की शांत फिजा में तूफान आ सकता है। उड़ीसा और छत्तीसगढ़ के सरहद पर इस तरह की घटना को गंभीरता से लिए जाने की आवश्यकता है। दोनों जिलों की पुलिस को मामले की तह तक जाना चाहिए।

उक्त आशय की प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए भारतीय जनता पार्टी के नेता आलोक सिंह ने कहा है कि उनके द्वारा पिछले दो वर्षो से इस आशय की मांग की जाती रही है की औद्योगिक जिला रायगढ़ में दिगर प्रांत से आए हजारों संदिग्ध चेहरों की जांच की जानी आवश्यक है। यह जानने की आवश्यकता है कि इसमें कोई पाकिस्तानी अथवा बांग्लादेशी स्लीपर सेल का सदस्य तो नहीं है ? जांच इस बात की भी होनी चाहिए कि दूसरे प्रांत से आए इन लोगों कोई आपराधिक पृष्ठभूमि है अथवा नहीं ? बाहर से आए अनजान संदिग्ध चेहरे फल विक्रेता, ड्राइवर, पंचर बनाने वाले, कबाड़ व्यवसाय, फेरी लगाने वाले सहित और दूसरे सत्य ही धंधों में संलिप्त ऐसे लोगों की पूरी जन्म कुंडली खंगाले बिना मामले का पटाक्षेप अंचल को खतरे में डालने जैसा होगा।

इंदिरा नगर, चांदमारी, सोनिया नगर, जूटमिल क्षेत्र, गेरवानी सहित मुख्य मार्गो के किनारे निर्जन जगहों पर टपरा लगा कर बैठे संदिग्धों की पूरी पड़ताल होनी चाहिए। कुछ दिन पहले कालिंदी कुंज में हुई पचास लाख से ज्यादा चोरी मैं बांग्लादेशी कनेक्शन पाया गया था। क्या ऐसी घटना इस बात का संकेत नहीं देती कि अंचल विदेशी अपराधिक तत्वों के निशाने पर है ? राष्ट्र के एकता और अखंडता पर चोट पहुंचाकर अंचल की शांत फिजा में कुछ तत्व जहर घोलने पर आमादा है। ऐसे तत्व को पकड़कर इनके स्थानीय कनेक्शन की हुई जांच होनी चाहिए।

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