मांगो को लेकर हड़ताल में समिति के कर्मचारी,कैसे होगी धान खरीदी ? – उमेश अग्रवाल

सिंहघोष/रायगढ़.30.10.22. धान खरीदी को लेकर भाजपा जिला अध्यक्ष उमेश अग्रवाल ने राज्य सरकार को निशाना पर लेते हुए कहा कि चुनाव के दौरान राज्य सरकार ने एक माह पहले किसानों की धान खरीदने का वादा किया था किसानो की भी मांग रही है कि धान खरीदी के लिए अधिक समय मिलना चाहिए लेकिन भूपेश बघेल सरकार को किसानों की सुधि नहीं है भाजपा नेता उमेश अग्रवाल ने सवाल करते पूछा कि एक नवंबर से धान खरीदी की शुरुआत करने का दावा करने वाली भूपेश सरकार हड़ताल रत कर्मचारियों के बिना धान खरीदी कैसे करेगी ? सरकार के सुस्त रवैए से जिले भर के किसानो के मन में निराशा के बादल छाए हुए है। 1 नवंबर से धान खरीदी करने की घोषणा को जोरो से प्रचारित किया गया लेकिन धान खरीदी करने वाली सेवा सहकारी समितियां अपनी मांगो को लेकर हड़ताल में है। इसलिए धान खरीदी की तैयारिया शून्य है धान खरीदी करने वाली सेवा सहकारी समितियो ने सात सूत्रीय मांगों का ज्ञापन जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पहले ही सौपा था। जिस पर सरकार द्वारा समय रहते कोई विचार नहीं किया गया ऐसे में सेवा सहकारी समिति से जुड़े कर्मचारियों में असंतोष पनपना स्वाभाविक है। 1 नवंबर से पूर्व सरकार द्वारा सहकारी समितियों से जुड़ी मांगों पर ठोस विचार नहीं किया गया तो वे अनिश्चित कालीन हड़ताल की राह का चयन करेंगे। ऐसे में एक नवंबर से शुरू होने वाली धान खरीदी कैसे होगी ? सहकारी समितियों के प्रदेश संगठन ने शनिवार को राजधानी में धरना प्रदर्शन देकर अपना विरोध दर्ज कराया। लेकिन सरकार ने कोई सुनवाई नहीं की। कांग्रेस की सरकार किसान विरोधी सरकार बताते हुए उमेश अग्रवाल ने कहा कि किसानों के मन में सरकार के खिलाफ धान खरीदी को लेकर आक्रोश उत्पन्न हो गया है। अन्न उपजाने वाले देवतुल्य किसानों को ठगने का खामियाजा भूपेश सरकार को भुगतना पड़ेगा।