जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड का नाम अब ‘जिंदल स्टील लिमिटेड’, कॉरपोरेट मंत्रालय से मिली मंजूरी

मुख्य फोकस स्टील उत्पादन पर, वैश्विक स्तर पर पहचान और मजबूती की दिशा में एक कदम
नई दिल्ली/हिसार। भारत की अग्रणी औद्योगिक कंपनी जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड ने अब अपना नाम बदलकर जिंदल स्टील लिमिटेड कर लिया है। यह परिवर्तन भारत सरकार के कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय के तहत रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज की स्वीकृति के बाद आधिकारिक रूप से प्रभावी हो गया है।
कंपनी ने जानकारी दी कि यह नाम परिवर्तन कंपनी (इनकॉरपोरेशन) नियम 2014 के नियम-29 के अंतर्गत किया गया है। इसके तहत रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज द्वारा नए नाम का प्रमाणपत्र भी जारी कर दिया गया है। हालांकि, कंपनी की कॉरपोरेट पहचान संख्या (CIN: L27105HR1979PLC009913) और पंजीकृत कार्यालय – ओ. पी. जिंदल मार्ग, हिसार-125005, हरियाणा – में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
नाम परिवर्तन के पीछे की सोच
कंपनी ने इस बदलाव के पीछे की वजह बताते हुए कहा कि वह अब अपने मुख्य व्यवसाय – स्टील उत्पादन पर केंद्रित रहना चाहती है। यह निर्णय भविष्य में एक मजबूत और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी स्टील कंपनी बनने के उद्देश्य से लिया गया है। कंपनी का मानना है कि नया नाम ‘जिंदल स्टील लिमिटेड’ उसकी पहचान को और अधिक स्पष्ट और केंद्रित बनाएगा, जिससे देश और विदेश दोनों जगह उसकी ब्रांड वैल्यू और मजबूत होगी।
जिम्मेदारियां और करार यथावत रहेंगे
कंपनी ने स्पष्ट किया है कि इस नाम परिवर्तन से उसकी सार्वजनिक कंपनी की स्थिति, शेयर बाजार में सूचीबद्धता, तथा पूर्व के सभी विधिक दायित्व, अधिकार, करार और लेनदेन यथावत रहेंगे। आम निवेशकों और शेयरधारकों के लिए किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होगी।
सभी वैधानिक निकायों को दी गई जानकारी
जिंदल स्टील लिमिटेड ने कहा कि नाम परिवर्तन की सूचना सभी स्टॉक एक्सचेंजों और वैधानिक प्राधिकरणों को भेज दी गई है, जिससे निवेशकों और अन्य हितधारकों को पूरी पारदर्शिता के साथ जानकारी दी जा सके।
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में अग्रसर
जिंदल स्टील लिमिटेड भारत की एक अग्रणी कंपनी है, जिसने अब तक 12 अरब डॉलर (करीब 1 लाख करोड़ रुपये) का वैश्विक निवेश किया है। कंपनी स्टील उत्पादन के साथ-साथ खनन, ऊर्जा और इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्रों में भी सक्रिय है। वह लगातार अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ा रही है, कार्बन फुटप्रिंट कम करने और तकनीकी नवाचारों को अपनाने पर विशेष ध्यान दे रही है।
कंपनी ने बताया कि उसका लक्ष्य देश को औद्योगिक रूप से और अधिक सक्षम बनाना है ताकि वह आत्मनिर्भर भारत अभियान में प्रभावी भूमिका निभा सके।