रायगढ़

सिंहघोष की खबर व माननीय राज्यसभा सांसद महोदया फुलो देवी नेताम के पत्राचार का दिखा असर..

सिंहघोष/बीते दिनों क्षेत्र में जबरदस्त प्रदूषण और स्थानीय ग्रामीणों के स्वास्थ्य में गंभीर प्रभाव डालने के अलावा अनियंत्रित विस्फोटकों के इस्तेमाल की समःया को ध्यान में रखकर राज्य सभा सांसद श्रीमती फुलो देवी नेताम ने जिले के युवा कलेक्टर को पत्र लिखकर जवाब मांगा था। जिसके फौरन बात एक्शन मोड पर आए कलेक्टर रायगढ़ ने बीते दिन की दोपहर करीब 2 बजे के आसपास अवैधानिक कार्यों में संलिप्त क्रेशर संचालको पर कारवाही का नेतृत्व किया।। उनके दिशा निर्देश पर खनिज विभाग की टीम ने इन क्रेशरों पर दबिश दी।

कलेक्टर रायगढ़

अभी दो दिन पहले ही पुलिस अधीक्षक सन्तोष कुमार सिंह के मार्गदर्शन पर सारँगढ़ पुलिस ने भी दबिश दी थी ।। सारँगढ़ पुलिस की उक्त कारवाही में चर्चित क्रेशर संचालक श्यामलाल उर्फ रॉबर्ट अग्रवाल के क्रेशर से फ़र्ज़ी रॉयल्टी पर्चियां जप्त की गई थी।

इसके पश्चात उसके विरूद्ध जांच उपरांत अप.क्र. 771/2020 धारा 419,420, 34 IPC पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था । पुलिस अधीक्षक द्वारा मामले की सूक्ष्मता से जांच करने के निर्देश थाना प्रभारी सारंगढ़ को दिये गये थे।। कारवाही के दौरान जांच में और भी उद्योगों की गड़बड़ी उजागर होने का अंदेशा है ।

वहीं बीते दोपहर कलेक्टर भीम सिंह के निर्देश पर खनिज विभाग ने टीमरलगा-गुड़ेली में आधा दर्जन क्रेशरों में दी दबिश देते हुए तबाड़तोड़ कारवाही की गई। जिसमें पांच क्रेशरों को सील किया गया।। साथ ही पंकज अग्रवाल की एक ओवरलोड हाइवा को भी जप्त किया गया ।। आज हुई कारवाही को लेकर जिले में लोगो की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देंखने को मिली,कुछ लोग उक्त कारवाही को महज खाना पूर्ति बताते दिखे तो दूसरी तरफ कुछ लोगों ने प्रशासन और खनिज विभाग की कारवाही को सही बताते हुए,निरंतरता बनाये रखने की बात कही।

खबर है कि देर शाम मामले को निपटाने के लिहाज से क्रेशर मालिकों ने जुगत शुरू कर दिया था । इन हालातो में यहां यह देखा जाना लाजिमी होगा प्रशासन की उक्त कार्यवाही का असर कितना प्रभावशाली होता है। बहरहाल कल की कारवाही में मुख्य रूप से खनिज विभाग के अवधेश बारीक सहा. खनि अधिकारी,उमेश भार्गव खनि निरीक्षक, सुनीलदत्त शर्मा सुपरवाइजर, तहसीलदार सारंगढ़ पटवारी आदि शामिल रहे।

खनिज विभाग की उक्त कारवाही छत्तीसगढ़ खनिज भंडारण के अधिनियम 2009 के तहत किया था, इस आधार पर पांच क्रेशरों को सील किया गया।।

सील हुए क्रेशरों के नाम –

1 अपूर्वा ग्रामोद्योग गुड़ेली

2 जगदम्बा स्टील एंड पॉवरटेक

3 मनीष क्रेशर गुड़ेली

4 मां नाथलदाई टिमरलगा

5 सर्वमङ्गला टिमरलगा

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