देर रात सड़क पर बेसुध पड़ी मिली युवती,पड़ोसियों ने 112 को फोन कर करवाया अस्पताल दाख़िल..।आखिर कौन है आवेश अग्रवाल.?और क्यों फिर सुर्खियों में आया जे.जे कैफे/हुक्काबार..? सुनिए मकान मालिक की जुबानी पूरी कहानी।
सिंहघोष/रायगढ़- शनिवार की देर रात लगभग 11 बजे जोशी गली में एक युवती के बेसुध पड़े होने की जानकारी मिलते ही गली में हलचल मच गई,जागरूक मुहल्ले वालो ने इसकी सूचना तत्काल 112 को दी सूचना पाते ही 112 की टीम जोशी गली पहुंची, युवती उस समय कुछ भी बता पाने की स्थिति में नहीं थी परंतु बार बार बार किसी “आवेश” का नाम ले रही थी यह आवेश वही व्यक्ति है जिसने युवती को जुगल किशोर साहू के मकान में यह कहकर किराए में रखवाया था कि यह लड़की बिलासपुर की रहने वाली है और रिश्ते में उसकी साली है बताना चाहेंगे कि आवेश अग्रवाल कोतरा रोड का रहने वाला है और विजय स्टील के नाम से इसकी दुकान है आवेश अग्रवाल विवाहित है,चूंकि वह उसी मोहल्ले का रहने वाला था इसलिए परिचय होने के नाते युगल किशोर साहू ने आवेश अग्रवाल के कहने पर उस पर भरोसा किया और किराए पर अपना मकान लड़की को रहने के लिए दे दिया था, मकान मालिक ने इस बात की जानकारी मीडिया को दी उन्होंने अपने बयान में पूरी बातें बताई, मकान मालिक के अनुसार आवेश अग्रवाल अक्सर अकेले ही उस लड़की से मिलने उसके घर आया करता था,जब आवेश अग्रवाल से हमने फोन पर बातचीत की तो उसने हमें बताया कि वह युवती से जेजे हुक्का बार में मिला था युवती वहां काम करती थी और उसे मकान की तलाश थी इस वजह से आवेश ने ही उसे अपनी गारेंटी पर मकान किराए पर दिलवाया था, आवेश ने यह भी बताया कि घटना की रात वह युवती के लिए खाना लेकर उसके किराए के कमरे में गया था पर युवती बेसुध अवस्था में क्यों है इसकी जानकारी उसे नहीं है घटना की जानकारी शनिवार की रात में ही कोतवाली टीआई को रायगढ़ खबर द्वारा दी गई थी,मोहल्ले वालों की मदद से युवती को जिला चिकित्सालय में दाखिल कराया गया जहां पर डॉक्टरों ने उसका इलाज किया और उसके कुछ सामान्य होने के बाद रायगढ़ खबर की टीम ने उनके पिता से संपर्क कर लड़की को उसके पिता के सुपुर्द किया। बताना चाहेंगे कि जेजे हुक्का बार में असामान्य गतिविधियों के संचालन की जानकारी कई बार सामने आई है कोतवाली पुलिस ने यहां पर छापा मार कार्यवाही की थी।शनिवार की रात हुई घटना के बाद जेजे हुक्का बार का नाम एक बार फिर सुर्खियों में हैं वही मोहल्ले वासियों की जागरूकता से सही समय पर युवती को चिकित्सा सुविधा मुहैया हो सकी अन्यथा सड़क पर पड़ी रहने के कारण उस युवती के साथ कोई भी हादसा हो सकता था।