स्वर्गीय मुकुटधर पाण्डेय स्मृति सेवा समिति ने की सार्वजनिक वाचनालय निर्माण की मांग।


सिंहघोष/जांजगीर-चाम्पा-कहने को चन्द्रपुर धर्म, कला, साहित्य और शिक्षा में विशिष्ट पहचान रखता है। वही यह क्षेत्र प्रसिद्ध साहित्यकार श्री लोचन प्रसाद पाण्डेय, बंसीधर पाण्डेय, मुकुटधर पाण्डेय आदि की भी जन्मभूमि कर्मभूमि रहा है। माँ चंद्रहासिनी, श्री गोपाल जी के धार्मिक महात्म्य का अनूठा संगम है चन्द्रपुर पर एक भी सार्वजनिक वाचनालय नहीं है। इससे उन लोगों को काफी असुविधा होती है जो धर्म, विज्ञान, साहित्य पढ़ने के शौकीन हैं या जिन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं संग अन्य तैयारियां आदि करनी हो। वर्तमान में स्कूल, कालेज संग प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले इसकी कमी कुछ ज्यादा महसूस करते हैं। लेकिन उनकी मांग पूरी नहीं हो सकी।

नगर क्षेत्र में 4 से अधिक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय है सरकारी कालेज है। इसके अलावा आसपास सरकारी एवं प्रायवेट स्कूलों की भी बहुतायत है। लेकिन विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले कोंचिंग सेंटरों की संख्या शून्य है। नगर में पढ़ने वालों की संख्या हजारों में है। जिनमें आसपास के गांवों से यहां आकर पढ़ाई करने वाले भी शामिल हैं। इसके अलावा रिटायर्ड लोग , साहित्य प्रेमी भी बहुत है इन लोगों को वाचनालय की कमी कुछ ज्यादा ही खलती है।
ऐसे में नगर में सार्वजनिक वाचनालय खोलने का आग्रह प्रसिद्ध कवि पद्मश्री मुकुटधर पाण्डेय स्मृति सेवा समिति के अजीत पाण्डेय, गिरजाशंकर यादव, गौरी शंकर गुप्ता, एवं अन्य समिति सदस्यों ने लिखित में आवेदन कर नगरपंचायत के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारी से किया है एवं उक्त संदर्भ में माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छ. ग. शासन, नगरीय निकाय मंत्री, जिलाधीश जांजगीर चाम्पा को भी रजिस्टर्ड डाक से आवेदन भेज वाचनालय शुरू करने की मांग की है।
मौके पर ही तत्काल अध्यक्ष अनिल अग्रवाल एवं उपाध्यक्ष राकेश गुप्ता ने उक्त वाचनालय निर्माण पर पूर्ण सहमति देते हुए नगरपंचायत के प्रक्रिया अंतर्गत विधिवत निर्माण स्वीकृति एवं प्रक्रिया पूर्ण करने की अनुशंसा की।