कलेक्टर के आदेश पर उद्योग विभाग की
विशेष टीम जांच के लिये फेक्ट्री पंहुची
सिंहघोष/रायगढ़- तेतला की शक्ति पल्स पेपर मिल में हुयी दुर्घटना में पुलिस ने मिल मालिक व आपरेटर के खिलाफ अपराध कायम किया हैं इनके विरुध्द बिना सुरक्षा उपकरणों के जोखिम भरा काम करवाने व पुलिस से जानकारी छुपाने पर भा.द.वि की धारा 120(B), 202 ,284, 308 के तहत मामला दर्ज किया गया हैं कल दोपहर दो बजे के लगभग इस फेक्ट्री में 7 मजदूर गैस रिसाव की चपेट में आये थे जिसमें से तीन मजदूर सुरेंद्र गुप्ता पिता पांडव गुप्ता 27 वर्ष तेतला,डोलमणि साव पिता इंदर साव 60 वर्ष केनसरा,रूपधर मालाकार पिता हरीकृष्ण मालाकार 50 साल रावण खोन धरा की हालत ज्यादा खराब होने से रायपुर एम.एम.आई अस्पताल को रिफर किया गया हैं घटना की जानकारी आपरेटर रंजितसिंह ने मालिक दीपकगुप्ता को दी जिसने रायगढ़ नर्सिग होम से दो ऐम्बुलेंस भिजवायी जिसमें 7 मजदूरों को रायगढ़ लाकर भर्ती कराया गया हादसे के बाद से आज तक मिल मालिक ने प्रशासन को हादसे की कोई सूचना नहीं दी जो षड़यत्र पूर्वक कृत्य की श्रेणी में आता हैं जिस पर पुसौर पुलिस ने अपराध की कायमी की हैं विदित हैं की आपरेटर रंजित सिंह भी इस हादसे के शिकार में शामिल हैं और उसका भी इलाज नर्सिंग होम में चल रहा हैं इसी को मिल मालिक ने फोन कर टंकी की सफाई कराने को कहा था जिसके दौरान यह हादसा हुआ उक्त घटना के सामने आते ही कलेक्टर यशवंत कुमार ने उद्योग विभाग की टीम को प्लांट की जांच के आदेश दिये जांच टीम के अनुसार पुराने पेपर की रिसाइक्लिंग कर लुगदी तैयार की जाती थी जिसमें क्लोरीन गैस को ब्लीचिंग एजेंट के रूप में उपयोग किया जाता था इसे एक टनल के जरियें लुगदी में मिलाया जाता था। जिसके बाद क्लोरीन मिश्रित लुगदी को रिसायकल चैम्बर में इक्कठा किया जाता था। लॉक डाउन के कारण लंबे समय से मिल बंद थी इसलिये इस रिसायकल चैम्बर की सफाई करने मजदूर इसमें उतरे थे जो हानिकारक गैस के संपर्क में आये जिससे मजदूरों की तबियत बिगडी खबर लिखे जाने तक टनल की जांच की जा चुकी थी उसमें रिसाव जैसी अब कोई बात सामने नही आई विशेषज्ञों की टीम द्वारा रिसायकल चैम्बर की जांच जारी है ताकी पता किया जा सके कि यह क्लोरीन गैस हैं कुछ और…..?
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