अधिवक्ताओं पर फर्जी एफ.आई.आर दर्ज कराने तहसीलदार कुछ अधीनस्थ कर्मचारियों पर बना रहे प्रेशर,उनके कॉल डिटेल की जांच हो:- अधिवक्ता संघ

एक सप्ताह बाद खुद पर हुई घटना याद आना बनी जनचर्चा …।।
सिंहघोष/रायगढ़-17.02.22- सप्ताह भर से शहर में चल रहे शह-मात के खेल में आज का दिन भी गहमागहमी भरा ही रहा एक सप्ताह बाद आज अचानक ही शिकायत कर्ता को ये ज्ञान होना की उसके साथ मारपीट हुई थी या जिनसे उसका रोज सामना होता है उनको पहचानने में एक सप्ताह लग गए जबकि दोनों पक्षों का दिनभर में दसो मर्तबे सालो से मुलाकात,काम होना सामान्य दिनचर्या है। ऐसी स्थिति में ऐसे आरोप अचानक सामने आने पर पब्लिक के बीच चटकारे लेने का एक विषय बन गया है इस विषय जब आम पब्लिक से प्रतिक्रिया ली गई तो किसी ने इसे हास्यास्पद कहा तो किसी ने इसे फिल्मी स्क्रिप्ट का हिस्सा होना कहा तो किसी ने इसे रणनीति का हिस्सा कहा।
बहरहाल ऐसे ही मामले की हुई शिकायत पर अधिवक्ता संघ रायगढ़ की ओर से एक विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि रायगढ़ तहसीलदार सुनील अग्रवाल की ओर से तहसील कार्यालय के कुछ कर्मचारियों पर दबाव बनाकर अधिवक्ताओं के खिलाफ षड्यंत्र किया जा रहा है और अन्य अधिवक्ताओं के विरुद्ध एफआईआर करवाने का दबाव भी बनाया जा रहा है। अधिवक्ता संघ की ओर से बताया गया कि एक फैब्रिकेटेड वीडियो घटना दिनांक के लगभग सप्ताह भर बाद अचानक ही प्रगट होता है और उसके माध्यम से पहले विभिन्न माध्यमों से वायरल करा कर अधिवक्ताओं को पुनः बदनाम किया जाता है फिर अपने कार्यालय के एक कर्मचारी पर दबाव बनाते हुए अन्य अधिवक्ताओं पर एफआईआर कराने के लिए थाने भेजा जाता है।
रायगढ़ अधिवक्ता संघ की ओर से स्पष्ट किया गया है कि आज एक आवेदन तहसीलदार के अधीनस्थ एक कर्मचारी द्वारा थाने में भेजने की बात कही जा रही है जिसमें अब कुछ और अधिवक्ताओं पर अर्थात जिन पर अब तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं है उन पर भी मामला दर्ज किए जाने संबंधी प्रयास किया जा रहा है, जबकि यह वही तथाकथित पीड़ित कर्मचारी है जिसने सप्ताह भर पूर्व ही भुवन लाल साहू सहित कुछ अधिवक्ताओं पर एफआईआर हो चुका है उनके खिलाफ एफ आई आर के लिए थाने में आवेदन किया था, लेकिन किसी भी अन्य अधिवक्ताओं का नाम शिकायत में शामिल नहीं था।
अधिवक्ता संघ का कहना है कि तहसील कार्यालय के प्रत्येक कर्मचारी और अधिकारी अधिवक्ताओं को बखूबी जानते पहचानते हैं बावजूद इसके तथाकथित पीड़ितों की ओर से पुलिस को दिए गए शिकायत पत्र और अपने बयान में अधिवक्ताओं के नाम का कहीं पर भी उल्लेख नहीं है। फैब्रिकेटेड वीडियो जारी करवाकर अधिवक्ता संघ के आंदोलन को प्रभावित करने के उद्देश्य से अपने अधीनस्थ कर्मचारियों से तहसीलदार सुनील अग्रवाल दबाव बनाते हुए थाने में शिकायत करवाई जा रही है इसे अधिवक्ता संघ किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं करेगा। अधिवक्ता संघ ने मांग की है कि तहसीलदार के कॉल डिटेल की जांच की जाए तो सच का सच और झूठ का झूठ सामने आ जाएगा और तहसीलदार सुनील अग्रवाल की ओर से रचे जा रहे हैं षड्यंत्र का खुलासा हो जाएगा।
साथ ही अधिवक्ता संघ ने यह भी कहा है कि पुलिस अगर दबाव में आकर अब किसी भी अधिवक्ता के खिलाफ एक पक्षीय कार्रवाई करती है, तो अधिवक्ता संघ रायगढ़ जिले में ही नहीं पूरे छत्तीसगढ़ में उग्र आंदोलन करेगा।