रायगढ़

रायगढ़ कलेक्टर की अध्यक्षता में प्रेस क्लब रायगढ़ का चुनाव सम्पन करवाया जाए…युवा पत्रकार रायगढ़

बीते सालों में प्रेस क्लब रायगढ़ के स्वयम्भू अध्यक्षों और पदाधिकारियों ने क्लब का औचित्य और गरिमा दोनों खत्म कर दी है..

शहर के युवा पत्रकारों ने कलेक्टर रायगढ़ को लिखित ज्ञापन सौपकर क्लब में निष्पक्ष चुनाव करवाने और बिना भेदभाव किए नए सदस्यों को क्लब से जोड़े जाने की अपील की है..

सिंहघोष/रायगढ़:- जिले में नवपदस्थ कलेक्टर भीम सिंह की कार्यशैली से प्रभावित होकर शहर के युवा पत्रकारों लिखित ज्ञापन लेकर पत्रकार गण जब कलेक्टर रायगढ़ के पास पहुंचे तो उन्होंने प्रशासनिक मीटिंग में जाना बताया और ज्ञापन को डिप्टी कलेक्टर को देने को कहा। इधर पत्रकारों ने शुक्रवार को पुनः इस मुद्दे को लेकर कलेक्टर रायगढ़ से मिलना तय किया है। फिर पत्रकारों ने डिप्टी कलेक्टर कुरुवंशी साहब से प्रेस क्लब रायगढ़ की वर्तमान स्थिति को लेकर चर्चा की।। चर्चा के अंत मे उन्हें लिखित ज्ञापन देकर प्रेस क्लब के वर्तमान पदाधिकारियों के द्वारा प्रेस क्लब की गरिमा और उद्देश्य के उलट व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए,कलेक्टर रायगढ़ से मध्यस्थता करते हुए अपनी निगरानी में यथाशीघ्र प्रेस क्लब का चुनाव सम्पन्न करवाने की अपील की है।।
रायगढ़ से युवा पत्रकारों ने चर्चा करते हुए उन्हें प्रेस-क्लब के वर्तमान पदाधिकारियों के द्वारा शेष पत्रकारों से भेदभाव पूर्ण व्यवहार करने की जानकारी भी दी । पत्रकारों ने यह भी बताया कि किस तरह प्रेस क्लब रायगढ़ में पिछले 14 सालों से चुनाव नही करवाया गया है,। यहां के दो चार स्वयम्भू पदाधिकारी आपस में ही बंदरबांट कर क्लब के पदों में नियुक्त हो जाते हैं। यही नही पिछले दो दशकों से प्रेस क्लब रायगढ़ के पदाधिकारियों ने किसी भी सामाजिक कार्यों में कोई भागीदारी नही निभाई है न ही जिले के पत्रकारों के हितों के कोई सार्थक कदम उठाया है।। क्लब के अध्यक्ष और शेष लोगों ने पंजीयन अधिनियम का खुला उलंघन तक किया है।। उनके द्वारा खुद के बनाये गए नियमों या सुविधाओं के अनुरूप नए सदस्यों की नियुक्तियां की गई है।। क्लब से जुड़े अधिकांश पदाधिकारी सक्रिय पत्रकारिता से काफी दूर है।। वर्तमान अध्यक्ष और कार्यकारी अध्यक्ष के अलावा जिम्मेदार पदों में बैठे स्वयम्भूओं की सामाजिक छवि पूरी तरह से खराब है। यही कारण है कि वर्तमान में रायगढ़ प्रेस क्लब अपनी गरिमा और निष्पक्षता को खो चुका है।। ज्ञापन देने पहुँचे पत्रकारों में मुख्य रूप से हरेराम तिवारी,भूपेंद्र सिंह,नवरतन शर्मा,संजय शर्मा,नरेंद्र चौबे,राजेन्द्र निषाद,निमेश पांडे,विनीत, अभिनव शर्मा,आकांक्षा शर्मा मौजूद थे।

भूपेंद्र सिंह-सप्ताहिक प्रहर संवाद
संपादक

प्रेस क्लब की स्थिति को लेकर क्या कहते है वरिष्ठ पत्रकार:-पिछले दो दशक की बात की जाए तो जिला प्रेस क्लब अपने मूल उद्देश्य से परे कार्य करता दिख रहा है। जिला प्रेस क्लब का उद्देश्य प्रेस से जुड़े अपने साथी पत्रकार भाइयों के हितों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने के सांथ समय-समय पर उन्हे शासन के द्वारा उन्हें मिलने वाली योजनाओं का लाभ दिलाना है,न कि सालों खुद अध्यक्ष और पदाधिकारी बन कर अपना हित साधना है।महोदय बीजेपी के 15 साल के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने अपने रायगढ़ प्रवास के दौरान दो बार तत्कालीन कलेक्टर को निर्देशित किया था कि जिला प्रेस क्लब के लिए 1 महीने के अंदर जमीन दी जाए,।। जिससे रायगढ़ शहर एवं जिले के प्रेस से जुड़े संबंधित लोगों को इसका फायदा मिल सके। मगर अब तक उस पर रायगढ़ के प्रेस क्लब के अध्यक्ष और पदाधिकारियों ने अंजाम तक नहीं पहुंचाया। इसका नतीजा यह रहा कि अब तक जिला प्रेस क्लब को अब तक खुद की कोई जमीन मिली न ही भवन बन पाया है।। यही नही प्रेसकर्मियों के लिए कोई जमीन तक आबंटित करवाइ गई । हर बार पूछे जाने पर यह जरूर बताया गया कि इस कार्य के लिए फाइलें एक टेबल से दूसरे टेबल तक पहुंचाई गई है मगर उसका अंजाम आज आपके सामने हैं। ऐसी बहुत सी योजनाएं हैं जो सरकार ने प्रेस कर्मियों के लिए सुनिश्चित कर रखी। प्रेस क्लब रायगढ़ की असक्रियता से उन योजनाओं का लाभ भी इन्हें नहीं मिलता है। जैसे रायगढ़ पी आर ओ के माध्यम से पत्रकारों का ग्रुप बीमा होना है, शासन से छत्तीसगढ़ सरकार अधिमान्यता प्राप्त पत्रकारों को सरकारी लाभ मिलना,ऑफिस,मकान के लिए जमीन दिए जाने जैसी कई योजनाएं हैं। जिस पर प्रेस क्लब रायगढ़ के अध्यक्ष या दूसरे पदाधिकारियों का ध्यान नहीं जाता है।श्रीमान मैं रायपुर कलेक्टर के उस आदेश का सम्मान करता हूं जिन्होंने आदेश देकर रायपुर प्रेस क्लब का एक माह के अंदर चुनाव करवाने के लिए निर्देशित किया है। मैं रायगढ़ कलेक्टर से भी यही अनुरोध करता हूं कि आप भी उक्त आदेश के अनुरूप यहां रायगढ़ प्रेस क्लब के लिए भी ऐसा ही एक आदेश पारित कर बरसों से कुर्सी पर जमे स्वयम्भू पत्रकारों को हटाने का कष्ट करें । क्योंकि यह लोग न तो अध्यक्ष पद की गरिमा के अनुरूप काम कर रहे हैं, न ही पत्रकारों के बीच आपसी सद्भावना स्थापित कर पा रहे हैं। जबकि प्रेस क्लब प्रेस से जुड़े सभी लोगों के हितों की सुरक्षा और सम्मान करने लिए बनाया गया है। ऐसे में जब चंद कुर्सी से चिपके लोगों और उनके समर्थकों के अलावा शेष अधिकांश पत्रकारों के हितों का पालन करने में प्रेस क्लब रायगढ़ सफल ही नहीं हो पा रहा है तो ऐसे क्लब और उसके स्वयम्भू पदाधिकारियों का पद में बना रहना अनुचित बात है। श्रीमान हम आपको यह बताना चाहते है कि इन्ही दो चार स्वार्थी स्वयम्भूओं के चलते हमारी बिरादरी के अधिकांश जरूरतमंद पत्रकारों और मीडिया कर्मियों को सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। हम आगे भी छत्तीसगढ़ के मुखिया श्री भूपेश बघेल से भी इस विषय पर चर्चा करेंगे।। ताकि हम पत्रकारों को सरकारी योजना का लाभ मिल पाए और एक स्वच्छ वातावरण में जिला प्रेस क्लब का गठन हो पाए।। जिससे प्रेस के सदश्य जिले में।सक्रिय अलग-अलग समाजिक संस्थाओं के सांथ जुड़कर समाज हित में कार्य करने सफल हो पाए। वर्तमान में प्रेस क्लब रायगढ़ के स्वयम्भू पदाधिकारियों की दुरभि सन्धि के कारण सालों से न तो प्रेस क्लब में चुनाव हुआ है न ही किसी भी समाजिक कार्य में प्रेस क्लब की कोई भागीदारी की है।-भूपेन्द्र सिंह
सप्ताहिक प्रहर संवाद
संपादक
रायगढ़

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button